शनिवार, 2 दिसंबर 2017

एमएसओ एएमयू ने फल वितरित और जुलूस निकालकर मनाया ईद मिलाद उन नबी - अकरम हुसैन क़ादरी

एमएसओ एएमयू ने फल वितरित और जुलूस निकालकर मनाया ईद मिलाद उन नबी - अकरम हुसैन क़ादरी
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की गैर सियासी तंज़ीम मुस्लिम स्टूडेंट आर्गेनाईजेशन ने आज ईद मिलाद उन नबी के मुबारक मौके पर अपने प्यारे नबी मानवता का संदेश पूरी दुनियां में फैलाने वाले हुज़ूर अकरम सल्लाहो अलैहि वस्सलम के जन्मदिन के मौके पर आज सबसे पहले सुबह साबिक में क़ुरान ख्वानी का एहतेमाम किया गया उसके बाद प्यारे नबी की सुन्नतों को समझते हुए मानवता की सेवा के लिए जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में मरीजों और तीमारदारों को फल वितरित किए गए जिससे वहां पर मौजूद लोगों के चेहरे पर एक अजीब खुशी का एहसास हुआ उन्होंने खुशी खुशी फलों को लिया और एमएसओ के कार्यो की तारीफ की
फल वितरण के बाद एमएसओ के ज़िम्मेदारान लोगो ने यूनिवर्सिटी में जुलूस ए मोहम्मददी का एहतेमाम किया गया जिसमें हम्द, नात, मनकबत और हुज़ूर सल्लाहो अलैहि वस्सलम की तालीमात को बताया गया कि किस प्रकार से उन्होंने पूरी दुनियाँ मे जब बच्चियों को ज़िंदा दफन कर दिया जाता था तो उस वक़्त आप हुज़ूर सल्लाहो अलैहि वस्सलम ने लोगो को लड़कियों को दफन करने से मना किया और उनकी रक्षा करने के लिए लोगो को संदेश दिया , जिस प्रकार से आजकल मज़दूर, गरीब, लाचारों पर जुल्म सितम हो रहे है उस पर नबी सल्लाहो अलैहि ने फरमाया कि मज़दूर का पसीना सूखने से पहले उसकी मजदूरी दे दी जाए जिससे उसका परिवार भी दो वक्त की रोटी जुटा सके और उसके पेट की आग बुझ जाए आखिर में बताया गया कि इस्लाम पूरी तरह से वेलफेयर मज़हब है जो किसी को ज़ुल्म ज्यादती की इजाज़त नही देता है जो लोग इस्लाम के नाम पर जुल्म ज्यादती आतंकवाद फ़ैला रहे है या तो वो दीन ए इस्लाम की तालीमात को नही समझते गया फिर वो इस्लाम को बदनाम करने की साज़िश कर रहे है इस मुबारक मौके पर डॉ. अहमद मुज्तबा, डॉ. कमर आलम एमएसओ सदर जावेद मिस्बाही, मोहम्मद कैफ, काशिफ खान क़ादरी, अकरम हुसैन क़ादरी, मुसाब इल्मी, अनस, अलाउद्दीन, फरहान दीवान बरकाती, शम्स तबरेज़, वासिफ़ अन्सारी, शमीम अकरम, गज़नबी, मोहम्मद फ़हद और रफ़ीक़ अलीमी साहब अनेक लोग मौजूद थे।
अकरम हुसैन क़ादरी
रिसर्च स्कॉलर
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी

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