सोमवार, 21 जनवरी 2019

यूनिट्री फाउंडेशन के सोहैल यूनिटी कर रहे है एएमयू का नाम रौशन- अकरम क़ादरी

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का एक ऐसा साबिक तालिब-ए-इल्म जो यारो का यार है जिसके अंदर सियासत के साथ-साथ कौम और मिल्लत की मदद करने का जज़्बा कभी कम नही हुआ जिसका सही नाम तो सोहैल अबरार है लेकिन लोगो को जोड़कर, मोहब्बत, हंसी-खुशी और प्यार से एक रखने की वजह से लोग उसको सोहैल यूनिटी के नाम से ज्यादा जानते है जिससे मेरी भी कई नाइत्तेफाकिया रही, लेकिन उसने कभी दोस्ती यारी से मुँह नही मोड़ा हमेशा मजबूती से साथ खड़ा रहा, एएमयू से सेक्रेटरी का चुनाव लड़ना चाहा लेकिन कुछ मजबूरियों की वजह से उसका यह सपना पूरा नही हुआ, लेकिन उसको तो इदारे की मोहब्बत और अलीगढ़ की फ़िक़्र कौम और मिल्लत की फ़लाह के लिए काम करना था तो उसने बगैर किसी ओहदे के अपने ही शहर में ग़रीबों और मज़लूमो की मदद करना शुरू कर दिया, जब उसको ख़्याल आया यह काम वो ओर भी अच्छे से कर सकता है तो कुछ दोस्तों के साथ मिलकर उसने #यूनिट्री_फाउंडेशन के नाम से एक NGO बनाई जिसमे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के साबिक तालिब-ए-इल्म और कुछ मौजूदा एएमयू दोस्तो, हमदर्दों को लेकर गांव देहात में घूम-घूम कर गरीब बच्चों के एएमयू में फॉर्म अप्लाई कराये जिससे ज़्यादा से ज़्यादा गरीब लोगो के बच्चे अलीगढ़, जामिया और दूसरी यूनिवर्सिटीज में पहुंच सके, कुछ सालो से वो समाजवादी पार्टी के झण्डे के नीचे रहकर भी सियासी काम कर रहा है जिससे कौम को उसका फ़ायदा भी नज़र आ रहा है....सोहैल यूनिटी हमेशा किसी भी फालतू काम मे ना पढ़कर बल्कि ऐसा काम करता है जिससे सबका फायदा हो और किसी का भी नुकसान ना हो .....मुझे फ़क्र है कि मैं एक ऐसे हमदर्द, हँसमुख का दोस्त हूँ....... एएमयू के तलबा को आप पर फ़क्र है जो आप बगैर किसी ओहदे के एएमयू में गरीब बच्चों को भेज रहे हो और ज़रूरत पड़ने पर उनकी फीस भी दे रहे हो
#शुक्रिया_यूनिटी

अकरम क़ादरी

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