गुरुवार, 2 अप्रैल 2020

कोरोना महामारी में एएमयू के छात्र-छात्राओं ने कैसे रखा गरीबो का ख्याल- अकरम क़ादरी

एएमयू के बारे में चाटुकार मीडिया ने आपके ज़हन और दिल मे जो इमेज बनाई हो लेकिन हमने हमेशा उनको जवाब दिया है उनकी नफरतों का भंडाफोड़ भी किया है और उनके मंसूबो को नाकाम भी किया है और आगे भी इंशाअल्लाह करेंगे....हमने नफरतों का जवाब मोहब्बत से देकर यह साबित किया है कि जंगे आज़ादी से लेकर हम इस देश के वफादार थे, वफादार है वफादार रहेंगे जिसको जो सोचना है सोचे हमे फ़र्क़ नहीं पड़ता है देश मे जितनी भी इंसानी या आसमानी परेशानियां आये हम अपने मदद के हाथ कभी भी रोकेंगे नहीं ....नफरती चिंटूओ को जो लिखना है लिखे यहां हर मज़हब और धर्म के लोग पड़ते और नफरतों से लड़ते है .....आज पूरी दुनिया मे कोरोना महामारी ने विकराल रूप ले लिया है फिर एएमयू तलबा की दर्ज़नो ऑर्गनाइजेशन गरीब, बेसहारा, मज़दूरों और रिक्शा चालकों की मदद करने के लिए अपनी जान को जोखिम में डालकर हर तरह की मदद पहुंचा रही है..हमारी सत्ता और उनकी गोदी मीडिया से हज़ारों मतभेद है लेकिन हमने कभी संविधान और इंसानियत से मुंह नहीं मोड़ा जब भी देश को हमारी ज़रूरत महसूस हुई तो हमने उनका साथ दिया जो लोग पढ़े-लिखे है वो एएमयू के हवाले से गांधी जी को पढले मौलाना आज़ाद को पढ़ ले समझ जाएंगे हमारी तारीख और हमारा काम ....हम ही वो अलीगढ़ है जिन्होंने जामिया जैसी यूनिवर्सिटी दी राजा महेंद्र प्रताप सिंह जैसा नेता दिया ... और ना जाने कितने देश और विदेशों को नेता दिए जिन्होंने अपने मुल्कों का नेतृत्व किया .....आज एएमयू के लड़के अलीगढ़ में जहां भी कोई गरीब, मज़दूर तकलीफ में होता है उसको हर तरीके से मदद कर रहे है उसके अलावा पूरी दुनिया मे फैले अलीग अपने अपने हिसाब से इंसानियत की मदद कर रहे है लोगो को बचाने की कोशिश कर रहे है ..... आपकी नॉलेज के लिए कुछ नाम बता रहा हूँ जिससे आपको मालूम हो कि अलीगेरियन ने कितना काम किया है मौजूदा महामारी से निपटने के लिए ...कितने चूल्हे जलवाकर इंसानों की पेट की आग बुझाई है.....फिर भी हमे कोई कुछ कहे... अलीगढ़ सबको  जवाब अपने तरीके से देता है......कुछ नाम दे रहा हूँ जो अभी काम कर रहे है अगर कुछ रह गए हो तो माफी चाहता हूं

-एएमयू कॉर्डिनेशन कमेटी
-MSO एएमयू यूनिट
-दारुल मुखलिसिन
-सोच
-रहबर फॉउंडेशन
-मेडिक्स
-वीर अब्दुल हमीद फेडरेशन
एएमयू रिलीफ कमेटी

अकरम हुसैन क़ादरी
रिसर्च स्कॉलर
एएमयू

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें